भारत /बिहार
समस्तीपुर : राष्ट्रीय संगीतज्ञ परिवार के तत्वावधान में आज होली के विविध रंग विषय पर सभा का आयोजन वेबीनार के माध्यम से संस्था के महानिदेशक पंडित देवेन्द्र वर्मा “ब्रजरंग” के नेतृत्व में 6:00 बजे सन्ध्या में आयोजित किया गया। सभा का सफल संचालन मंगलेश कुमार ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में अरुणोदय विश्वविद्यालय अरुणाचल , अरुणाचल प्रदेश के माननीय कुलपति प्रोफेसर डॉ वी एन शर्मा ने अपने उद्बोधन में सभी आगंतुक कलाकारों एवं उपस्थित विद्वानों को संबोधित किये । तदुपरांत दिल्ली से आमंत्रित कलाकार श्रीमती मैत्रेई मजूमदार ने होली के विविध रंग पर प्रकाश डालते हुए होली के गीतों का गायन प्रस्तुत कि। उसके बाद असम बोंगाईगांव से आमंत्रित कलाकार आदरणीय पं नंद किशोर चौधरी द्वारा उत्तर-पूर्वांचल के होली के बारे में प्रकाश डालते हुए उनके साथ उपस्थित मेघालय के कलाकार संजीव वर्मन द्वारा होली के गीतों का गायन बहुत ही भाव के साथ किया गया, सभी श्रोता उनके गीतों का श्रवण आनंदपूर्वक किए । इसके बाद कार्यक्रम में उपस्थित अनेक विद्वानों द्वारा होली के विविध रंगों पर अपने अपने विचार साझा किए ।
गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सागर मध्य प्रदेश से डॉक्टर राहुल स्वर्णकार, पंजाब विश्वविद्यालय, पटियाला, पंजाब से डॉ.कंवलजीत सिंह,पूर्णिमा दिवसे , फरीदाबाद से, डॉ बाला लखेंद्र , वाराणसी से, कल्याण सिंह , आगरा से, डुमरांव घराना से पं रामजी मिश्रा, दिल्ली से, माधवी मानल, मुंबई से, सुनील गुप्ता, भिलाई से, बृज सहगल, आगरा से, ऋषभ वर्मा, फरीदाबाद से, डॉ अवधेश तोमर, सागर से, डॉ कंवलजीत सिंह पटियाला से, कुलविंदर दीप कौर,जालंधर से, देवेंद्र प्रभुने, यवतमाल से, सतीश बोहरा, जोधपुर से समस्तीपुर बिहार से मुकेश केसरी, सभी ने अपने अपने विचार साझा किए ।
अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ प्रो पंकज माला शर्मा जी ने होली के वैदिक अंगों का वर्णन करते हुए होली का विभिन्न महत्वों पर अपने विचारों से सभी को अभिभूत कराया । अंत में संस्था के महासचिव प्रख्यात तबला वादक सुसमय मिश्रा ने देश के विभिन्न प्रदेशों से जुड़े विद्वत जनों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया एवं संगीत के प्रचार प्रसार के उद्देश्य की प्राप्ति हेतु अगले कार्यक्रमों में भाग लेने हेतु आमंत्रण दिया।