दरभंगा 04 जनवरी 2020
रिपोर्ट : राहुल कुमार झा ।
मिथिला की आन-बान और शान के प्रतीक पाग शब्द को मैकमिलन डिक्शनरी में शामिल किया गया है। मैकमिलन के अनुसार, ‘पाग’ एक प्रकार का शिरवस्त्र है, जो भारत के मिथिला क्षेत्र के लोग धारण करते है। पाग धारण करने की सदियों पुरानी परम्परा समय के साथ मिथिलांचल में भी क्षीण हो गई थी। धीरे धीरे अब यह फिर से चलन में आ रही है। पाग को बचाए रखने के लिए कुछ साल पहले एक संस्था मिथिला लोक फाउंडेशन ने पाग बचाओ अभियान चलाया था। बाद में केंद्र सरकार ने मिथिला पाग पर डाक टिकट भी जारी किया था। मैकमिलन डिक्शनरी में इसके शामिल होने पर मिथिलालोक फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. बीरबल झा ने कहा कि इंग्लिश डिक्शनरी में ‘पाग’ के शामिल होने पर अन्य भाषा-भाषी लोग भी पाग शब्द और इसकी गरिमा से परिचित हो पाएंगे।
मिथिला भाषियों की आबादी 4 करोड़ के आसपास है। मिथिला भाषा भी संविधान की 22 भाषाओं में दर्ज है। मिथिला में पाग का अपना ही महत्व है। हालांकि यह प्रथा मिथिला के ब्राह्मणों और कायस्थों में ही है। परिवार का सम्मानित व्यक्ति पाग को सिर पर लगाता है। इसे सामाजिक प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जाता है।